निर्मल हिण्डन अभियान के तहत आगामी 19-26 अगस्त तक हिण्डन वन महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। इस दौरान हिण्डन व उसकी सभी सहायक नदियों कृष्णी, काली पश्चिम, धमोला, पांवधोई व नागदेह के किनारे वृक्षारोपण किया जाएगा। यह वृक्षारोपण हिण्डन व उसकी सहायक नदियों के गुजरने वाले सभी सात जनपदों सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, शामली, बागपत, मेरठ, गाजियाबाद व गौतमबुद्धनगर में विभिन्न प्रजातियों के करीब 3 लाख पौधे लगाए जाएंगे। इस कार्य में जिला प्रशासन, स्वयं सेवी संगठन, सामाजिक कार्यकर्ता, ग्राम प्रधान, धार्मिक संगठन व छात्र आदि सभी भाग लेंगे। इसको लेकर सभी जनपदों में तैयारियां चल रही हैं। शीघ्र ही निर्मल हिण्डन सम्मेलन व निर्मल हिण्डन कांवड महोत्सव का भी आयोजन किया जाएगा। 

हिण्डन वन महोत्सव का प्रारम्भ 19 अगस्त से गाजियाबाद जनपद में हिण्डन नदी के निकट प्रतात विहार पार्क में खाली पड़ी करीब 5 हेक्टेयर भूमि पर किया गया। यहां करीब तीन हजार पौधे विभिन्न प्रजातियों के रोपित किए गए। इसका आयोजन नगर-निगम गाजियाबाद द्वारा स्वयं सेवी संगठनों के साथ मिलकर किया गया। इस अवसर पर गाजियाबाद विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष सुश्री कंचन वर्मा, एसडीएम सदर, एडीएम सिटी, जिला वन अधिकारी सहित आरण्या, नमामी हरनन्दे, पर्यावरण सचेतक समिति, सादित फाउंडेशन व खुशी फाउंडेशन के प्रतिनिधियों सहित सामाजिक कार्यकर्ता विक्रांत शर्मा, प्रशांत वत्स, संदीप त्यागी व गौरव भारद्धाज सहित विभिन्न स्कूलों के करीब 1000 बच्चों ने भाग लिया। इस अवसर पर बच्चों ने पर्यावरण संबंधी नाटिका प्रस्तुत की तथा एक-एक पौधा भी रोपित किया। 

इसके पश्चात् लोनी में हिण्डन नदी किनारे भनेड़ा गांव के जंगल में वन विभाग विभाग द्वारा विभिन्न प्रजातियों के पौधे रोपित किए गए। यहां करीब 500 पौधे रोपित किए गए। इस दौरान डाॅ प्रभात कुमार द्वारा हिण्डन नदी का निरिक्षण भी किया गया।

गाजियाबाद जनपद में हिण्डन वन महोत्सव के दौरान कुल तीस हजार पौधे रोपित किए जाने हैं। जिसमें कि दस हजार नगर निगम, दस हजार गाजियाबाद विकास प्राधिकरण, पांच हजार एसडीएम मोदीनगर तथा पांच हजार द्वारा रोपित किए जाएंगे।

गौतमबुद्धनगर जनपद के वृक्षारोपण का प्रारम्भ गे्रटर नोएडा के हिण्डन किनारे बसे कुलेसरा गांव में वन विभाग व स्वयं सेवी संगठनों के सहयोग से मण्डलायुक्त मेरठ व जिलाधिकारी गौरमबुद्धनगर के हाथों से पौधा रोपित करके किया गया।यहां पीपल, नीम, पिलखन व गुटेल आदि के करीब दो हजार पौधे  रोपित किए गए। इस अवसर पर एडीएम विनीत कुमार व डीएफओ गिरिश शुक्ला, विकरांत तोंगड़, रामवीर तंवर सहित किसान व बच्चे भी शामिल हुए। इस अवसर पर कुलेसरा व आस-पास के क्षेत्र से नदी में प्लास्टिक न जाने देने के लिए जन जागरूकता हेतु युवा कार्यकर्ता टीकम सिंह को जिम्मेदारी सौंपी गई। गौतमबुद्धनगर में भी हिण्डन नदी के किनारों पर तीस हजार पौधे रोपित किए जाने का लक्ष्य तय किया गया है, जोकि 26 अगस्त तक पूर्ण होगा।

हिण्डन नदी के यमुना में मिलने के स्थान गौतमबुद्धनगर के तिलवाड़ा गांव के जंगल में भी पौधारोपण किया गया। यहां करीब 50 पौधे रोपित किए गए। यहां हिण्डन नदी शिवालिक से लेकर सात जनपदों से होते हुए आती है और यमुना में समाहित हो जाती है।

पौधारोपण के पश्चात् मण्डलायुक्त मेरठ डाॅ प्रभात कुमार ने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि निर्मल हिण्डन का कार्य कोई अभियान न होकर एक सोच है जिसके तहत हिण्डन के निर्मलीकरण का सभी को अपने अन्दर समाहित करके कार्य करना होगा। इस कार्य में सभी को साथ जोड़ते हुए आगे बढ़ना होगा, जिससे कि निर्मल हिण्डन की अवधारणा को अमल में लाया जा सके। उन्होंने कहा कि इस अभियान के तहत नदी सुधार के बहुत से कार्याें को करना है जिसमें कि समाज की भागीदारी बहुत आवश्यक है। डाॅ प्रभात कुमार ने जानकारी दी कि हिण्डन नदी के यमुना में मिलने के स्थान पर घना जंगल उगाने तथा इस स्थान को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने की योजना पर भी कार्य किया जा रहा है।

हिण्डन वन महोत्सव के अंतिम दिन 26 अगस्त को डाॅ प्रभात कुमार के नेतृत्व में मेरठ, बागपत व शामली जनपदों में हिण्डन व उसकी सहायक नदियों के निकट पौधारोपण किया जाना है। इस दिन करीब 15000 पौधों का रोपण किया जाएगा। इस दौरान इन जनपदों के अधिकारियों सहित, किसान, ग्राम प्रधान, स्वयं सेवी संगठनों के प्रतिनिध व स्कूली बच्चे पौधारोपण करेंगे।